Pune Ring Road Project के लिए Land Acquisition का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है।
दरअसल, छह तालुकाओं के लगभग 84 गांवों से Land Acquisition करना एक बड़ा Challenge था, क्योंकि पूरे Process में Landowners को सही मुआवजा देना सबसे जरूरी था।
इसके लिए Pune West Ring Road के किनारे 32 गांवों में Landowners के लिए Notifications जारी किए गए, और इसमें उनके Consent के लिए कई Choices दी गई।
साथ ही East Ring Road के किनारे 48 गांवों में भी Land Acquisition Process अंतिम चरण में है, और कुछ Areas में Compensation Distribution भी शुरू हो गया है।
इस पूरे Land Acquisition Process को Streamline करने के लिए एक Dedicated Land Acquisition Cell भी Establish किया गया है।
बता दें, लगभग 2,625 Crore का Compensation Landowners को दिया जाएगा, जिसे Public Endeavors के लिए अब तक का सबसे अधिक Compensation माना जा रहा है।
यहां ये जानना जरूरी है कि आखिर Pune Ring Road की क्या जरूरत है।
दरअसल, Pune के आसपास के Areas से गुजरने वाले Vehicles के कारण Pune में Traffic Congestion बहुत बढ़ गया है।
ये Areas Pune, Pimpri-Chinchwad, Kolhapur, Saswad, Sangli, Satara, Nashik, Solapur, Mangaon, Ahmednagar, Konkan और Mumbai हैं।
इन Areas से Pune में Traffic बढ़ने से ना सिर्फ Air and Noise Pollution बहुत बढ़ा है, बल्कि City के Traffic Dynamics पर भी Significant Pressure पड़ा है।
ऐसे में July 2015 में Government ने Pune Ring Road के निर्माण के लिए मंजूरी दे दी। MSRDC यानी Maharashtra State Road Development Corporation को Project की देखरेख का काम सौंपा गया था, जिसे East and West Phases में Divide किया गया।